बैंकिंग नोर्म्स क्या है? (Banking norms kya hai in hindi) यह नाम सुनते ही यह बात साफ हो जाती है कि यह बैंक से संबंधित है। क्योंकि यह सब्द बैंकिंग से जुड़ा है। जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह बैंकिंग से संबंधित है। परंतु इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी आपको हमारे इस आर्टिकल में मिल जाएगी किया क्या है और यह किस प्रकार से काम करता है और यह हमें किस प्रकार प्राप्त होगा।
बैंकिंग नॉर्म्स ऐसे दिशा-निर्देश, नियम और मानक होते हैं जिन्हें बैंकों को पालन करना जरूरी होता है ताकि बैंकिंग क्षेत्र में स्थिरता, पारदर्शिता और कुशलता बनी रहे। इन नॉर्म्स का उद्देश्य जमाकर्ताओं की सुरक्षा, सार्वजनिक विश्वास बनाए रखना और वित्तीय प्रणाली के समग्र स्वास्थ्य को सुनिश्चित करना होता है।
Important Banking Norms में शामिल हैं:
- कैपिटल एडिक्वेसी नॉर्म्स (Capital Adequacy Norms):
- इन नॉर्म्स के अनुसार बैंकों को उनके जोखिम-भारित संपत्तियों (Risk-weighted Assets) के अनुपात में एक न्यूनतम पूंजी रखना जरूरी होता है। बेसल कमिटी ऑन बैंकिंग सुपरविजन (Basel Committee on Banking Supervision) ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन्हें मानकीकृत करने के लिए कई बेसल समझौते (Basel I, II, III) विकसित किए हैं।
- लिक्विडिटी नॉर्म्स:
- ये नॉर्म्स सुनिश्चित करते हैं कि बैंक के पास पर्याप्त तरलता (Liquidity) हो ताकि वो किसी भी समय अपने जमाकर्ताओं को पैसा वापस दे सकें। जैसे कि लिक्विडिटी कवरेज रेशियो (LCR) के जरिए इसे मापा जाता है।
- एनपीए प्रावधान (NPA Provisioning):
- बैंक अपने खराब हो चुके ऋणों (Non-performing Assets या NPA) के लिए एक प्रावधान बनाते हैं ताकि उन्हें भविष्य में होने वाले घाटे से बचाया जा सके।
- केवाईसी नॉर्म्स (Know Your Customer – KYC):
- इन नॉर्म्स के जरिए बैंक यह सुनिश्चित करते हैं कि उनके ग्राहक की पहचान सत्यापित की गई है, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी जैसी समस्याओं को रोका जा सके।
- जोखिम प्रबंधन नॉर्म्स (Risk Management Norms):
- यह नियम बैंकों को विभिन्न प्रकार के जोखिमों जैसे क्रेडिट जोखिम, परिचालन जोखिम और बाजार जोखिम से निपटने के तरीके सुझाते हैं।
इन नियमों का पालन करना सभी बैंकों के लिए आवश्यक होता है ताकि बैंकिंग प्रणाली स्थिर और सुरक्षित बनी रहे।
आज आपने क्या सीखा?
मुझे उम्मीद है कि आप कोई मेरी आर्टिकल बैंकिंग नोर्म्स क्या है? (Banking norms kya hai in hindi) जरूर पसंद आई होगी। मेरी हमेशा से यह कोशिश रहती है कि Readers को बैंकिंग नोर्म्स के विषय में पूरी जानकारी दी जाए। जिससे उन्हें किसी दूसरे Sites या इंटरनेट में उस Article के बारे में खोजने की जरूरत ना हो।
इससे आपके समय की बचत भी होगी और एक ही जगह पर सभी Information आपको मिल जाएंगे। यदि आपके मन में इस आर्टिकल को लेकर कोई Doubt है या आप चाहते हैं कि इसमें कुछ सुधार होना चाहिए तो आप हमें Comment करके बता सकते हैं।
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