Endorsement क्या है? इसके कितने प्रकार होते है?

पहली बार नाम सुनने के बाद बहुत लोगों को समझ में ही नही आता है कि आखिर ये है क्या और इसका काम क्या है? इसलिये आज हम लोग परांकन (Endorsement) के बारे में जानेंगे | इस Article के द्वारा हम जानेंगे की Endorsement kya hai और इसके कितने प्रकार होते है? यह एक ऐसा topic है जो कभी ना कभी आपको सुनने मिल जायेगा अगर आप बैंक की तैयारी कर रहे है तो आपको ये Term सुनने को मिल जायेगा।

Endorsement क्या होता है? (What is Endorsement in Hindi)

धारा-15 के अनुसार जब Instrument बनाने वाला व्यक्ति, या उसका Holder, Transfer के उद्देश्य से उस Instrumen के आगे या पीछे या कागज की किसी अलग पर्ची (Allonge) के ऊपर Signature करे, तो उसे परांकन या पृष्ठांकन (Endorsement) कहा जाता है। Endorsement, Holder के द्वारा, Payee के द्वारा या Endorser के द्वारा किया जा सकता है। जो व्यक्ति Endorsement करता है, उसे परांकनकर्ता (Endorser) और जिसके पक्ष में Endorsement किया जाए, उसे परांकिति (Endorsee) कहा जाता है।

जो वाहक साधन की स्थिति में Delivery और Order Instrument में Endorsement करने के उपरांत Endorsement की सुपुर्दगी (Delivery) अगर दूसरे व्यक्ति को कर दी जाए, तो इसे परकामण (Negotiation) माना जाता है। (When X is the bearer of a Cheque, the negotiation is complete when he delivers it to say Y. But in case of order cheque, negotiation can be completed by him by endorsing in favour of Y and then delivering it to Y). Meaning of Endorsement in Hindi – परांकन या पृष्ठांकन होता है।

Endorsement kya hai

Endorsement कितने प्रकार के होते है? (Types of Endorsements)

पृष्ठांकन निम्नांकित प्रकार के होते हैं:

  1. Blank Endorsement
  2. Full Endorsement or Special Endorsement
  3. Forged Endorsement
  4. Partial Endorsement
  5. Conditional Endorsement
  6. Restricted Endorsement
  1. Blank Endorsement 

जब Endorser लिखत की पीठ पर बिना और कुछ लिखे, केवल हस्ताक्षर कर दे, तो इसे अधिनियम की धारा-16 के अनुसार Blank Endorsement कहा जाता है। धारा-54 के अनुसार एक Order Cheque या Letter तब एक वाहक Bearer Endorsement बन जाता है, जब उसके ऊपर Blank Endorsement हो। Blank Endorsement के ऊपर किसी का नाम लिख देने से, Full endorsement में बदला जा सकता है। इस से उस Instrument holder अगर अपने नाम के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति का नाम लिखकर Endorsement करें तो वह अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाता है। 

उदाहरण के तौर पर, अगर X के द्वारा किसी Blank Endorsement के उपर अगर Y का नाम लिख दिया जाए तब इस Cheque का Endorsement Y के पक्ष में मान लिया जाएगा और इस प्रकार X अपने दायित्व से अपने आपको अलग कर सकता है। (When X writes the name of Y above the signatures of say Z who had made blank endorsement on the instrument and delivered the cheque to X, the cheque has been negotiated in favour of Y. X has absolved himself of his liability as endorser. In case of dishonour of this cheque, Y cannot recover the amount from X). 

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2. Special Endorsement

इसे “Full Endorsement” भी कहा जाता है। इस प्रकार के Endorsement में, Endorsee का नाम विशेष रूप से कहा गया है। यदि endorser किसी निर्दिष्ट व्यक्ति को या उसके आदेश में लिखत में उल्लिखित राशि का भुगतान करने के लिए निर्देश करता है, तो endorsement को विशेष कहा जाता है। दूसरे शब्दों में, यह उस व्यक्ति को निर्दिष्ट करता है जिसके आदेश पर चेक देय है। Negotiable Instrument के किसी भी धारक द्वारा एक blank endorsement को आसानी से एक special endorsement में परिवर्तित किया जा सकता है।

अगर कोई Endorser, अपने Signature के साथ-साथ ऐसा Instruction भी लिख दे कि उसका भुगतान किसे करना है तो यह Full Endorsement कहलाता है। Full endorsement के बाद अगर Blank Endorsement कर दिया जाए तो वह Instrument वाहक को देय लिखत बन जाती है। (For example, when the endorser states pay to Munish and below this puts his signatures)

उदाहरण: (a) “X या ऑर्डर को भुगतान करें”, (b) X के ऑर्डर पर भुगतान करें

 3. Restricted Endorsement 

धारा-50 के अनुसार जब कोई Endorser, Endorsement करते समय, उसे आगे Transfer करने पर रोक लगा दे, तो उसे Restricted Endorsement कहा जाता है। जैसे, इसका भुगतान केवल X को किया जाए। 

(For example when an endorser writes the words ‘pay to Sunil only’ OR in case of account payee crossed cheque). 

4. Forged Endorsement 

जब एक Endorsement, किसी ऐसे व्यक्ति के द्वारा कर दिया जाए जो न तो Payee हो न Holder और न ही Legal Holder हो और जिसे वह Holder के नाम से Signature करके Endorse करे, उसे Forged Endorsement कहा जाता है। Forged Endorsement से Transfer की गई Instrument का वैध Transfer नहीं होता है।

उदाहरण के तौर पर यदि X के द्वारा Y के पक्ष में लिखे Cheque को चोरी कर लिया जाए और वह Y के जाली Signature करके इसका Endorsement Z के पक्ष में करे तब इसे Forged Endorsement कहा जाएगा। इस प्रकार के Endorsement के उपरांत इस Cheque के ऊपर किसी व्यक्ति का अधिकार यथाविधि Holder के Rights जैसा नहीं माना जाएगा। ऐसी स्थिति में Y Holder बना रहेगा और वह गुम हुए Cheque के स्थान पर, नया Cheque लेकर, उसका भुगतान प्राप्त कर सकता है। 

5. Partial Endorsement 

जब कोई Endorser, लिखत की कुछ ही राशि को Endorsed करता है तो ऐसा Endorsed, Partial Endorsement कहलाता है (धारा-56) । उदाहरण स्वरूप एक Cheque जो कि 1000 रु. का हो और उसे 500 रु. के लिए Endorsed किया जाए, तब ऐसा Endorsement, Partial Endorsement की श्रेणी में माना जाएगा। Partial Endorsement, Endorsement के लिए वैध नहीं माना जाता है। (Paying bank shall not make payment of such cheque). 

6. Conditional Endorsement 

Endorsement, जिसमें Endorser endorsement के समय Instrument में कुछ शर्तों का समावेश कर दे, तब ऐसा Endorsement, Conditional Endorsement कहलाएगा।

Conditional Endorsement निम्नांकित प्रकार के होते हैं: 

(i) संभाव्य पृष्ठांकन (Contingent Endorsement) 

Contingent Endorsement वह Endorsement है, जिसमें Endorser पर जवाबदारी किसी घटना के होने पर होती है। उदाहरणस्वरूप यदि Ram की शादी Sita के साथ होती है तो Ram या उसके आदेश पर भुगतान करें। (Paying Bank is not Responsible to verify the satisfaction of the condition. The condition is binding between the endorser and the endorsee Only) 

(For example, when the endorser states that ‘’pay to Munish or his order only when he marries Rachna’’ and below this puts his signatures) 

(ii) दायित्व रहित पृष्ठांकन (Sans Recourse) 

जब कोई Endorse, Endorsement में स्पष्ट शब्दों द्वारा लिखत के बारे में अपने दायित्व का त्याग कर दे तो ऐसे Endorsement को Free Endorsement या Sans Recourse कहा जाता है। उदाहरणस्वरूप: Pay to Ram at his own risk”, “Pay to Ram without recourse to me”. 

(iii) वैकल्पिक परांकन (Facultative Endorsement) 

Endorsement करने वाला व्यक्ति या तो अपने किसी Rights को कम कर लेता है या अपनी जिम्मेदारी को बढ़ा लेता है। जैसे यह लिखकर कि इसका भुगतान रमेश को कर दिया जाए और भुगतान न होने की स्थिति में मुझे नोटिस देने की आवश्यकता नहीं। 

(For example, when the endorser states pay to Munish. Notice of dishonour waived’ and below this puts his signatures).

धारा-85:1 

इसके अंतर्गत Payer Bank को Forged Endorsement की स्थिति में, संरक्षण प्राप्त हो जाता है अगर वह भुगतान, यथासमय भुगतान (Payment in Due Course) हो। 

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परांकनकर्ता का दायित्व (Liability of Endorser) क्या-क्या है?

एक Endorser के निम्नलिखित दायित्व हैं:

  1. वह वचन (Promise) देता है कि यथा विधि पेश करने पर लिखत को स्वीकार किया जाएगा और उसका भुगतान किया जाएगा | भुगतान (Payment) न होने की स्थिति में, वह Holder को क्षतिपूर्ति (compensation) देगा और यह सवाल नहीं उठाएगा कि परांकन सही नहीं हैं।
  1. जहां एक धारक, Endorser की अनुमति के बिना किसी लिखत को नष्ट कर दे, तो उससे पहले वाले सभी व्यक्तियों की जिम्मेदारी, उस लिखत से समाप्त हो जाती है। जैसे अगर एक Cheque, A के द्वारा B के पक्ष में बना, जिसे उसने C के पक्ष में और C ने D के पक्ष में परांकन कर दिया। अगर इस Cheque को D फाड़कर फेंक दे तो C या B उसके Debtor नहीं रहेंगे।

पुनः परक्राम्य क्या है? (Negotiation back in Hindi) 

जब एक पहले वाला परांकिती (Endorsee), या भुगतान लेने वाला व्यक्ति, दोबारा से पृष्ठांकनकर्ता (endorser) बन जाए तो, उसे पुनः परकाम्य (Negotiation back) कहते हैं। इन हालातों में पहले वाले सभी पक्षकार अपनी देनदारी की जिम्मेदारी से मुक्त हो जाते हैं। जैसे ऊपर दी गई उदाहरण में अगर D, B के पक्ष में Endorsement कर दे, तब C और D अपनी देनदारी से मुक्त हो जाएंगे। (In the same example, if the endorsement is in A’s favour, then all the parties will be discharged from their liability).

परांकन का नियमित होना (Regularity of endorsement) 

Endorsement Instruments Act, 1881 की धारा 85-1 के अनुसार, Payer बैंक को, संरक्षण तभी प्राप्त होता है, जब पृष्ठांकन नियमित हो, क्योंकि प्रस्तुत होने पर, Bank यह नहीं जान पाता कि उसके ऊपर हुए Signature वास्तव में सही है या नहीं। एक Endorsement को नियमित मानने के लिए यह जरूरी है कि पृष्ठांकन, Payee या Endorser के द्वारा की हुई नजर आनी चाहिए (Appears to be made by the payee or Endorsee), Signature बड़े शब्दों (Capital Letters) में नहीं हों। Signature में वही शब्द (Same Spelling) हों, जो Cheque में दिए हों ।

Frequently Asked Questions (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

कौन सा Endorsement वैध नहीं माना जाता है?

उत्तर: Partial Endorsement

यदि पृष्ठांकन किसी शर्त की पूर्ति के अधीन बिल का भुगतान करता है तो पृष्ठांकन क्या कहलाता है?

उत्तर: Conditional Endorsement

जब कोई Endorsee अपने कुछ अधिकारों को छोड़ देता है तो उसे क्या कहते हैं?

उत्तर: Facultative Endorsement

आज आपने क्या सीखा

दोस्तों मुझे आशा है कि आपको हमारा Article Endorsement क्या है और इसके कितने प्रकार होते है?  के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी इसके लिए आपको और कहीं जाने की जरूरत नहीं है|

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