Garnishee Order क्या है और इसके नियम हिंदी में

Garnishee Order नाम सुनकर थोड़ा अटपटा सा लगता है की आखिर ये है क्या? लेकिन Banking में Garnishee Order का एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसमे कि Bank और Customers के Relationship को दर्शाया गया है | इसे किन – किन परिस्थितियों में लागू किया जाता है और इसका Bank और Customers के बीच क्या Relation है आज हम लोग इस Article के माध्यम से विस्तार में जानेंगे की Garnishee Order kya hai और इसके नियम हिंदी में (What is Garnishee Order in Hindi)

Garnishee Order meaning in hindi – अनुऋणी आदेश होता है।

Garnishee Order किसे कहते है?

सिविल प्रक्रिया संहिता 1908 (Civil Procedure Code) की धारा-60 में Garnishee Order का प्रावधान है। इसकी प्रक्रिया संहिता (Procedure) नियम-46, आदेश-21 (Rule 46 order 21) अनुसूची में उपलब्ध है। 

यदि कोई देनदार (Debtor) किसी लेनदार (Creditor) को राशि का भुगतान नहीं करता है, तब वह Creditor Court में निवेदन करके बैंक के लिए Garnishee Order प्राप्त कर सकता है।

Court यह आदेश देनदार (Judgement Debtor) के बैंक (Judgement Debtor’s Debtor) को जारी करता है । इस आदेश से, Creditor के बैंक खाते में जमा राशि, कुर्क (Attach) समझी जाती है। Debitor, जिसके निवेदन पर आदेश जारी किया जाता है, न्यायिक लेनदार (Judgement Creditor) कहलाता है। देनदार जिसके खाते की राश्यिां रोकी जाती है वह न्यायिक देनदार (Judgement Debtor) कहलाता है । जिस बैंक को यह आदेश जारी किया जाता है, वह गार्निशी (Garnishee) कहलाता है। जैसे अगर एक ग्राहक का बैंक के पास बचत बैंक (Saving Bank) खाता हो और कोई दूसरा व्यक्ति किसी न्यायालय से उस बचत बैंक खाते में शेष राशि लेने के लिए एक आदेश जारी करवा ले। ऐसी स्थिति में बैंक, जो ग्राहक का देनदार (Debtor of Judgement Debtor) है, उसे Garnishee कहते हैं और Court के द्वारा जारी किए हुए आदेश को, जो Bank के नाम होता है, Garnishee Order कहा जाता है। 

garnishee order किसे कहते है

Garnishee Order का प्रभाव 

Garnishee आदेश के प्राप्त होने पर Bank और Customer का Relation अस्थाई तौर पर स्थगित (Temporarily Suspended) हो जाता है और Account Holder द्वारा जारी किए गए चेकों के भुगतान करने का, बैंक का उत्तरदायित्व, समाप्त हो जाता है। 

Garnishee Order का अधिकार

Garnishee Order प्राप्त होने के बाद बैंक ऐसी धनराशि को ग्राहक के खाते से वसूल कर सकता है जो बैंक ने वैधानिक तौर पर ग्राहक से लेनी हो और इसके लिए वह समायोजन (Right of Set-off) अधिकार का प्रयोग कर सकता है। 

Garnishee आदेश दो चरणों (Stages) में होता है। पहले चरण में Court द्वारा बैंक से पूछा जाता है कि क्या उसके पास खाता धारक की रकम जमा है। इस आदेश को आदेश निशि (order nisi) कहा जाता है। आदेश निशि मिलते ही बैंक के द्वारा खाता धारक के खाते से Withdrawal की जाने वाली राशि (clear balance) के ऊपर न निकालने की रोक लगानी पड़ती है और ग्राहक को सूचना भेजी जाती है ताकि उसके द्वारा और कोई चेक जारी न किया जाए। 

दूसरे चरण में जब बैंक न्यायालय को अपना पक्ष बता दे तो उसके बाद न्यायालय धनराशि का भुगतान करने के लिए जो आदेश जारी करता है उसे पूर्ण आदेश (order absolute) कहा जाता है।

> Commercial Paper और Certificate of Deposit में क्या अंतर है?

> HUF क्या है और इसके नियम क्या – क्या है?

> Promissory Note क्या है? What is Promissory Note in Hindi?

Garnishee Order किन परिस्थितियों में लागू होता है?

Garnishee Order निम्नलिखत परिस्थितियों में लागू होता है: 

  1. सभी Deposit account जहां स्पष्ट शेष जमा राशि (Clear Credit Balance in the Account) हो। उन खातों में शेष, मांग जमा (Payable Immediately) (जैसे एक बचत खाता ) या सावधि जमा (Payable in Future) जैसे एक सावधि खाता या आवर्ती जमा खाता (Recurring Deposit) हो सकती है । 
  1. जब वह खाता उसी नाम और उसी हैसियत (same name & same right) का हो। अगर Deposit Account ग्राहक के नाम हो और आदेश Customer तथा किसी और के नाम हो, तो वह धनराशि आदेश के अंतर्गत देय बन जाएगी। इसी तरह से अगर आदेश एक साझेदारी फर्म के नाम हो और खाता एक साझेदार के नाम हो तो उस खाते की शेष धनराशि के ऊपर आदेश लागू हो जाएगा। 
  1. अगर ग्राहक ने Cheque जमा करवाए हों और उनकी धनराशि अभी प्राप्त नहीं हुई हो तो उसके ऊपर आदेश लागू नहीं होगा, परंतु अगर Customer ने कोई धनराशि Account में लेने के लिए Bank को Cheque दिया हो या Customer के Account में से किसी Bank ने समाशोधन (clearing) में भुगतान लेना हो तो Customer के खाते में गार्निशी आदेश आने की स्थिति में उस रकम का भुगतान नहीं किया जाएगा। 

Bank के प्रधान कार्यालय को प्राप्त आदेश, Bank की उन सभी शाखाओं के ऊपर लागू माना जाएगा जो इस न्यायालय के अधिकार क्षेत्र (Jurisdiction) में आती हों।

Garnishee Order कहां लागू नहीं होता 

  1. ऐसा Cheque जिसका भुगतान, Bank ने भुगतान योग्य चिन्हित (Marked Good for Payment) कर दिया है, ऐसे Cheque पर Garnishee Order लागू नहीं होगा। 
  1. नकदी ऋण अथवा अधिविकर्ष (cash credit and overdraft) में स्वीकृत सीमा या लिए हुए Loan की राशि। परंतु उस Loan Accounts में बचा हुआ शेष जमा (Credit Balance) Garnishee के दायरे में आता है। 
  1. Account में जमा हुई वह रकम जो आदेश मिलने के बाद जमा हुई हो। 
  1. ऐसे भुगतान जो Bank ने पहले ही कर दिए हों और अब Amount bank के पास नहीं हो। 
  1. Clearing की स्थिति में अगर Cheque का भुगतान हो चुका हो लेकिन Cheque वापसी का समय समाप्त हो गया हो।
  1. Joint Deposit Account, जब आदेश उन में से किसी एक के नाम से हो। 
  1. एक साझेदारी फर्म के खाते में शेष जमा राशि, अगर आदेश साझेदार के नाम से आया हो। 
  1. अगर Customer ने Accounts की शेष राशि को किसी और के पक्ष में समानुदेश (Assignment) कर दिया हो। 
  1. अगर account holder ने वह खाता न्यासी (Trustee) की हैसियत से खोला हो। 
  1. मृतक Customer के खाते पर गार्निशी आदेश और कुर्की आदेश दोनों लागू किए जा सकते हैं परंतु दिवालिया Customer के Account में शेष जमा के उपर इन दोनों में से, किसी भी आदेश को लागू नहीं किया जा सकता।

Garnishee Order लागू होने की परिस्थितियां क्या है

  1. यदि Cheque नामे होकर पास कर दिया हो परन्तु Payee को अभी इसका भुगतान नहीं किया गया हो 
  1. यदि Cheque दूसरी शाखा से प्राप्त हुआ हो, उसे नामे करके पास कर दिया हो और इसकी सूचना (advice) बना दी गई हो परन्तु यह सूचना सम्बन्धित शाखा को न दी गई हो 
  1. चेक समाहरण (in clearing) हेतु दूसरे Bank से प्राप्त हो, इसे नामे करके पास कर दिया हो, समाहरण वापसी समय समाप्त न हुआ हो 
  1. दूसरी Branch से Cheque Clearing हेतु भुगतान की पुष्टि (confirmation of payment) मिल चुकी हो परन्तु Cheque की राशि खाते में जमा न की गई हो 
  1. Cheque बैंक ने खरीद लिया हो और इसकी राशि बैंक ने बचत खाते में जमा कर दी हो 
  1. परन्तु यदि Customer द्वारा Account में आदेश आने उपरान्त नक़दी जमा करवाया हो या Cheque की राशि जमा कर दी हो या Cheque Clearing हेतु दूसरे bank को भेजा गया हो तब उस पर यह आदेश लागू नहीं होता परन्तु कुर्की आदेश लागू हो जाता है | (if clearing returning time is over).

Application of Garnishee Order 

SituationStatus
Cheque debited & passed but payment not made by the cashier to the payeeApplicable
Cheque received from other branch, debited and passed and advice prepared but not sent or conveyed to sending branchApplicable
Cheque received in clearing, debited and passed but clearing returning time not expired.Applicable
Cheque collection advice received from other branches but not credited to account so far.Applicable
Cheque purchased (including as instant credit facility) and amount credited to deposit account.Applicable
Cash deposited after receipt of order or cheque credited to account and sent for clearing but clearing returning time not expired as yet.Not Applicable +

+Attachment order shall be applicable on cash immediately and on clearing cheque when clearing returning time expires.

आज आपने क्या सीखा

दोस्तों मुझे आशा है कि आपको हमारा आर्टिकल Garnishee Order kya hai और इसके नियम हिंदी में (What is Garnishee Order in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी इसके लिए आपको और कहीं जाने की जरूरत नहीं है।

यदि आपके मन में इस Article को लेकर कोई Doubt है या आप चाहते हैं कि इसमें कुछ सुधार होना चाहिए तब इसके लिए आप नीचे Comment लिख सकते हैं आपकी इन्हीं विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मौका मिलेगा।

यदि आपको यह लेख Garnishee Order kya hai (गर्निसी order से आप क्या समझते हैं) अच्छा लगा हो इससे आपको कुछ सीखने को मिला हो तो आप अपनी प्रसन्नता और उत्सुकता को दर्शाने के लिए कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter इत्यादि पर Share जरूर करे।

Leave a Comment