जब भी कभी बैंकिंग की बात आती है तो कही न कही सामाजिक बैंकिंग (Social Banking) का नाम एक बार Banking में ज़रुर आता है इसलिए आज हम Social Banking के बारे में जानेंगे की Social Banking kya hai या सामाजिक बैंकिंग क्या है ।
सामाजिक बैंकिंग (Social Banking) क्या है?
ऐसे Bank जो Investment तथा Loan के सामाजिक प्रयोग की दृष्टि से कार्य करते हैं वह उन परियोजनाओं के लिए Loan देते हैं जो पर्यावरणीय या सामाजिक उद्देश्य से संबंधित होती है उन्हें सामाजिक बैंक (Social Banking ) कहते हैं । इनमें से कुछ ऐसे हैं जो सूक्ष्म वित्त (Micro Credit) जो ग़रीबों को Small enterprises को स्थापित करने या जीविका निर्वाह से संबंधित छोटे-छोटे कार्यो के लिए Financial व्यवस्था करते हैं । सामाजिक बैंक परंपरागत Banks की तुलना में कम लाभ सीमा (margin) पर कार्य करते हैं, वह लाभ कमाने के सिद्धांत से नियमित नहीं होते ।
इसलिए अपनी क्रियात्मक लागत में कमी लाने के उद्देश्य से वह बड़ी-बड़ी office नहीं बनाते वह Phone, Internet या Mail पर कुछ छोटी-छोटी Offices के आधार पर कार्य करते हैं । उल्लेखनीय है कि भारत में सन 1969 में Banks के Nationalization के पूर्व समिति ने banks के सामाजिकरण (Socialization) की बात की थी जिसका मुख्य उद्देश्य Banks के कार्य में सामाजिक उद्देश्य को वरीयता देना था । सामाजिक बैंकिंग की धारणा, Banks के सामाजिकरण की धारणा से भिन्न धारणा है ।
Social Banking और Social Network में संबंध
Social Banking को मजबूत बनाने के लिए Banking Companies, Social Network, जैसे- Facebook, Whatsapp, Twitter का सहारा ले रही है क्योंकि इनकी मदद से इन्हें Customer भी मिलता है और इसके द्वारा आसानी से एक जगह से दूसरी जगह पर Money Transfer किया जा सकता है । Reserve Bank of India ने Guideline जारी किया है कि Social Networking sites की मदद से Banking Operation को मजबूत बनाना है और इसे आगे बढ़ाना है । वर्तमान समय में KYC के लिए social Networking Sites भी काम कर रही है । वर्तमान समय में Social Network की मदद से Banking Services को बेहतरीन बनाया जा रहा है लेकिन इसकी सुरक्षा को लेकर कई तरह की आशंका है ।
Social Banking में क्या सुविधा मिलता है?
- Overdraft सुविधा के साथ बुनियादी बचत Bank Accounts की उपलब्धता
- Electronic Transfer के लिए प्रेषण उत्पाद की उपलब्धता
- शुद्ध बचत उत्पाद की उपलब्धता
- General Credit Card, Kisan Credit Card, आदि।
ऐसी कई चुनौतियाँ हैं, जिनका सामना करने के लिए Banks और अन्य Financial institutions को स्थायी और लागत प्रभावी तरीके से जनता को Loan उपलब्ध कराना है। इस प्रकार, Banks को बिना नुकसान किए सामाजिक रूप से व्यवहार बने रहने के लिए अपनी मूल्य निर्धारण नीतियों को लगातार संशोधित करना होगा। बैंकिंग कर्मचारियों को प्रौद्योगिकी प्रेमी होने के साथ-साथ समाज के कमजोर वर्गों की ज़रूरतों और इच्छाओं के प्रति पर्याप्त संवेदनशील होना चाहिए। भारत के पास एक मजबूत नीतिगत ढाँचा है और आम जनता के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने और उन्हें मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनाने के लिए प्रभावी कार्यान्वयन चैनलों पर काम करने की आवश्यकता है।
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सबसे पहले Social Banking लागु करने वाला बैंक कौन है?
उत्तर: State Bank of India
Conclusion
दोस्तों मुझे आशा है कि आपको हमारा आर्टिकल सामाजिक बैंकिंग (Social Banking) क्या है? What is Social Banking in Hindi? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी इसके लिए आपको और कहीं जाने की जरूरत नहीं है ।
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